दवा का नाम | Lariago Tablet (250) |
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सामग्री | क्लोरोक्वीन 250mg |
प्रिस्क्रिप्शन आवश्यक | yes |
कीमत | ~15rs |
उपयोग | मलेरिया का इलाज, मलेरिया की रोकथाम और दबाना, ल्यूपस इरिथेमेटोसस, रुमेटीइड गठिया |
उपलब्ध ब्रांड | निवाक्वीन पी 250mg टैबलेट, केरेन 250mg टैबलेट, मालियागो 250mg टैबलेट |
खुराक | डॉक्टर की सलाह अनुसार |
डोज़ के प्रकार | टैबलेट 250mg, 500mg, पीने का घोल (ओरल सस्पेंशन) |
Lariago Tablet क्या है ?
Lariago Tablet -लारियागो टैबलेट (क्लोरोक्वीन 250mg) समर्पित जानकारी पृष्ठ पर आपका स्वागत है। लारियागो टैबलेट एक दवा है जिसका व्यापक रूप से मलेरिया के इलाज और रोकथाम में उपयोग किया जाता है। मच्छरों से फैलने वाली यह बीमारी दुनिया के कई हिस्सों में जानलेवा हो सकती है। लारियागो की मुख्य सामग्री, क्लोरोक्वीन को मलेरिया पैदा करने वाले परजीवी को खत्म करने में कारगर होने के लिए जाना जाता है। यह पृष्ठ लारियागो टैबलेट के बारे में व्यापक जानकारी प्रदान करता है, जिसमें इसकी कार्यप्रणाली, उपचार में उपयोग, खुराक संबंधी दिशानिर्देश, संभावित दुष्प्रभाव और महत्वपूर्ण सुरक्षा सावधानी शामिल हैं। चाहे आप एक चिकित्सक हों जो नैदानिक जानकारी चाहते हैं या कोई व्यक्ति जो इस दवा के बारे में अधिक जानने में रुचि रखता है, हम आपको लारियागो टैबलेट के सुरक्षित और प्रभावी उपयोग के लिए महत्वपूर्ण जानकारी से लैस करने के लिए यहां हैं।
Lariago Tablet के उपयोग क्या है ?
Lariago Tablet (क्लोरोक्वीन 250mg) के सिद्ध उपयोगों और लाभों को नीचे दिया गया है:
- मलेरिया का इलाज और रोकथाम: क्लोरोक्वीन मलेरिया पैदा करने वाले परजीवी को खत्म करके मलेरिया का प्रभावी ढंग से इलाज करता है। इसका इस्तेमाल उन यात्रियों के लिए मलेरिया को रोकने के लिए भी किया जाता है जो मलेरिया प्रभावित इलाकों में जा रहे हैं।
- एंटीवायरल गतिविधि: अध्ययनों से पता चलता है कि क्लोरोक्वीन कुछ वायरसों के दोहराव को रोक सकता है, जिससे यह एचआईवी और डेंगू बुखार जैसे वायरल संक्रमणों के लिए संभावित उपचार बन जाता है।
- ऑटोइम्यून रोगों का प्रबंधन: क्लोरोक्वीन सूजन को कम करके और प्रतिरक्षा प्रणाली की प्रतिक्रिया को नियंत्रित करके रुमेटीइड गठिया और ल्यूपस जैसी ऑटोइम्यून बीमारियों को प्रबंधित करने में मदद करता है।
- आंत्रेतर अमीबiasis का उपचार: क्लोरोक्वीन एंटअमीबा हिस्टोलिटिका के कारण होने वाले परजीवी संक्रमण, एक्सट्राइंटेस्टाइनल अमीबियासिस के इलाज में कारगर है।
- COVID-19 प्रबंधन में संभावना: जबकि शुरुआत में इसे COVID-19 के इलाज के लिए माना जाता था, इसकी प्रभावशीलता अनिश्चित बनी हुई है और इस पर अभी भी शोध चल रहा है।
लारियागो टैबलेट का उपयोग करने से पहले हमेशा एक स्वास्थ्य देखभाल पेशेवर से सलाह लें, क्योंकि दुरुपयोग से दुष्प्रभाव और दवा प्रतिरोध हो सकता है।
Lariago Tablet से जुड़ी हुई सावधानी और चेतावनियाँ
लारियागो टैबलेट (क्लोरोक्वीन 250mg) का इस्तेमाल करने से पहले, नीचे दी गई चेतावनियों और सावधानियों को जानना जरूरी है:
- एलर्जिक रिएक्शन: जिन लोगों को क्लोरोक्वीन या इससे मिलते-जुलते पदार्थों से एलर्जी है उन्हें लारियागो टैबलेट का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। एलर्जी की प्रतिक्रिया त्वचा पर लाल चकत्ते, खुजली, सूजन या सांस लेने में तकलीफ के रूप में हो सकती है। अगर एलर्जी होने के कोई लक्षण दिखाई दें तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें।
- आंखों की समस्या: क्लोरोक्वीन से आंखों के रेटिना में स्थायी क्षति हो सकती है, जिससे खासकर लंबे समय तक इस्तेमाल करने या ज्यादा मात्रा लेने पर आंखों की रोशनी कमजोर हो सकती है या अंधापन भी हो सकता है। इलाज शुरू करने से पहले और दौरान मरीजों का नियमित रूप से आंखों का परीक्षण करवाना जरूरी है ताकि रेटिना में किसी भी तरह की समस्या का पता लगाया जा सके।
- हृदय संबंधी समस्या: लारियागो टैबलेट दिल की धड़कन को असामान्य बनाने का काम कर सकता है, जिससे खासकर पहले से ही हृदय रोग या शरीर में जरूरी लवणों की कमी वाले लोगों में गंभीर हृदय गति रुकने की समस्या हो सकती है। जिन लोगों को दिल की बीमारी है उन्हें यह दवा लेने में सावधानी बरतनी चाहिए और हो सकता है कि इलेक्ट्रोकार्डियोग्राम (ईसीजी) करवाना जरूरी हो।
- लिवर खराब होना: लिवर की बीमारी या कमजोर लिवर वाले मरीजों को लारियागो टैबलेट सावधानी से इस्तेमाल करना चाहिए क्योंकि क्लोरोक्वीन लिवर की समस्या को और बढ़ा सकता है। इलाज के दौरान लिवर फंक्शन टेस्ट नियमित रूप से करवाते रहना चाहिए ताकि किसी भी तरह की परेशानी का पता लगाया जा सके।
- किडनी खराब होना: क्लोरोक्वीन शरीर से पेशाब के रास्ते बाहर निकलता है, इसलिए किडनी की समस्या वाले मरीजों के लिए खुराक में बदलाव की जरूरत पड़ सकती है ताकि दवा शरीर में जमा न हो और नुकसान न पहुंचाए।
- दिमाग और दिमागी संतुलन पर असर: लारियागो टैबलेट दिमाग और दिमागी संतुलन को प्रभावित करने वाले लक्षण पैदा कर सकता है जैसे बेचैनी, उलझन, भ्रम और दौरे, खासकर उन मरीजों में जिन्हें पहले से मानसिक रोग रहा हो। अगर मरीजों में ये लक्षण दिखाई दें तो उन्हें तुरंत दवा लेना बंद कर देना चाहिए और डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
- गर्भावस्था और स्तनपान: गर्भावस्था के दौरान लारियागो टैबलेट का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए, जब तक कि फायदे नुकसान से ज्यादा न हों। यह दवा स्तन के दूध में भी जा सकती है, जिससे बच्चे को नुकसान पहुंच सकता है। गर्भवती या स्तनपान कराने वाली महिलाओं को लारियागो टैबलेट इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है।
- दवाओं का आपसी असर: लारियागो टैबलेट दूसरी दवाओं के साथ मिलकर रिएक्शन कर सकता है, जिनमें एंटासिड, एंटीबायोटिक्स और कुछ खास दौरे रोकने वाली दवाएं शामिल हैं। इससे इन दवाओं का असर कम हो सकता है या साइड इफेक्ट्स का खतरा बढ़ सकता है। मरीजों को लारियागो टैबलेट लेने से पहले डॉक्टर को उन सभी दवाओं, सप्लीमेंट्स और आयुर्वेदिक चीजों के बारे में बताना चाहिए जो वो ले रहे हैं।
Lariago Tablet के साइड इफेक्टस्
लारियागो टैबलेट (क्लोरोक्वीन 250mg) के कुछ आम साइड इफेक्टस्:
- जी मिचलाना
- उल्टी होना
- दस्त
- पेट में दर्द
- चक्कर आना
- सरदर्द
- त्वचा पर लाल चकत्ते
- खुजली
- प्रकाश के प्रति संवेदनशीलता बढ़ जाना (धूप से जल्दी दिक्कत होना)
- धुंधला दिखना
लारियागो टैबलेट के कुछ अन्य साइड इफेक्टस्:
- गंभीर एलर्जिक रिएक्शन (एनाफिलेक्सिस)
- आंखों की समस्याएं (जैसे फोकस करने में परेशानी या रंगों को पहचानने में बदलाव)
- मूड स्विंग (चिंता, बेचैनी)
- उलझन
- भ्रम
- दिल की धड़कन अनियमित होना
- खून से जुड़ी समस्याएं (कम खून होना, सफेद रक्त कोशिकाओं की कमी, प्लेटलेट्स कम होना)
- लिवर खराब होना
- हाइपोग्लाइसीमिया (शरीर में शुगर लेवल का कम होना)
- दिमाग और दिमागी संतुलन पर असर
दुष्प्रभावी दवाओं की रिपोर्टिंग के लिए टूल्स:
ईमेल: pvpi.ipc@gov.in
पीवीपीआई हेल्पलाइन (टोल फ्री): 1800 180 3024 (सोमवार से शुक्रवार, सुबह 9:00 बजे से शाम 5:30 बजे तक)
एडीआर मोबाइल ऐप: ADRPvPI
Lariago Tablet के अन्य दवाओं के साथ रिएक्शन
निश्चित रूप से! लारियागो टैबलेट (क्लोरोक्वीन 250mg) के साथ दवाओं के पारस्परिक प्रभाव को लेकर कुछ मुख्य बातें हैं:
- एंटासिड: ये दवाएं लारियागो टैबलेट के शरीर में अवशोषण को कम कर सकती हैं। इसलिए, लारियागो टैबलेट और एंटासिड लेने के बीच में कम से कम दो घंटे का अंतर रखें।
- एंटीबायोटिक्स: ये दवाएं QT अंतराल को बढ़ा सकती हैं, जिससे हृदय गति असामान्य होने का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए, लारियागो के साथ एंटीबायोटिक दवाओं का इस्तेमाल करते समय सावधानी बरतनी चाहिए और हो सकता है कि दिल की गतिविधि पर नजर रखने की जरूरत पड़े।
- मिर्गी की दवाएं: ये दवाएं लारियागो के असर को कम कर सकती हैं। ऐसे में खुराक में बदलाव या मरीज की निगरानी करना जरूरी हो सकता है।
- मधुमेह की दवाएं: लारियागो टैबलेट ब्लड शुगर लेवल को और कम कर सकता है। इसलिए, खून में शुगर की मात्रा को नियमित रूप से जांचते रहें और जरूरत के अनुसार मधुमेह की दवाओं की खुराक में बदलाव करें।
- स्टेरॉयड दवाएं: ये दवाएं शरीर में जरूरी लवणों के असंतुलन जैसी समस्याओं का खतरा बढ़ा सकती हैं। खासकर दिल की बीमारी वाले मरीजों में इन दवाओं के साथ लारियागो लेते समय सावधानी बरतनी चाहिए और मरीज की निगरानी करनी चाहिए।
- खून को पतला करने वाली दवाएं: लारियागो टैबलेट इन दवाओं के असर को बढ़ा सकता है, जिससे खून बहने का खतरा ज्यादा हो जाता है। इसलिए खून जमावट की जांच कराते रहना जरूरी है।
- रोग प्रतिरोधक क्षमता कम करने वाली दवाएं: ये दवाएं शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को कम करती हैं, जिससे संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में फायदे और नुकसान को ध्यान से आंकना चाहिए और संक्रमण के लक्षणों पर नजर रखनी चाहिए।
- अन्य मलेरिया रोधी दवाएं: इन दवाओं के साथ लारियागो लेने से दुष्प्रभाव या दोनों दवाओं का असर कम हो सकता है। इसलिए, डॉक्टर को इलाज का सही तरीका चुनने में सावधानी बरतनी चाहिए और दवाओं के पारस्परिक प्रभाव पर नजर रखनी चाहिए।
लारियागो टैबलेट लेने से पहले अपने डॉक्टर को उन सभी दवाओं, सप्लीमेंट्स और आयुर्वेदिक चीजों के बारे में बताएं जो आप ले रहे हैं। इससे दवाओं के बीच रिएक्शन का खतरा कम होगा. हो सकता है कि सुरक्षित और असरदार इलाज के लिए खुराक में बदलाव या दूसरी दवाओं की जरूरत पड़े.
डोज़
लारियागो टैबलेट (क्लोरोक्वीन 250mg) की खुराक विभिन्न बीमारियों के लिए अलग-अलग होती है. दी गई जानकारी के आधार पर खुराक संबंधी दिशानिर्देश नीचे दिए गए हैं:
मलेरिया की रोकथाम:
- वयस्क: मलेरिया प्रभावित इलाके में जाने के 2 हफ्ते पहले से शुरू करके, हर हफ्ते एक ही दिन 500 मिलीग्राम (mg) की एक खुराक लें। इलाका छोड़ने के 8 हफ्ते बाद तक दवा लेना जारी रखें।
- बच्चे: बच्चों के लिए खुराक उनके वजन के हिसाब से तय की जाती है और डॉक्टर द्वारा ही निर्धारित की जानी चाहिए। आमतौर पर, मलेरिया प्रभावित इलाके में जाने के 2 हफ्ते पहले से शुरू करके, हर हफ्ते एक ही दिन 5 मिलीग्राम (mg) प्रति किलोग्राम (kg) वजन के हिसाब से एक बार दवा दी जाती है। इलाका छोड़ने के 8 हफ्ते बाद तक दवा लेना जारी रखें।
मलेरिया का इलाज:
- वयस्क:
- पहली खुराक: 1000 मिलीग्राम (mg) एक बार।
- बाद की खुराक: पहली खुराक के 6 से 8 घंटे बाद 500 मिलीग्राम और इलाज के दूसरे और तीसरे दिन 500 मिलीग्राम।
- कम वजन वाले वयस्क और बच्चे: बच्चों और कम वजन वाले लोगों के लिए खुराक उनके वजन के हिसाब से तय की जाती है और डॉक्टर द्वारा ही निर्धारित की जानी चाहिए। आमतौर पर, पहली खुराक 10 मिलीग्राम (mg) प्रति किलोग्राम (kg) वजन के हिसाब से दी जाती है, इसके बाद पहली खुराक के 6 घंटे, 24 घंटे और 36 घंटे बाद 5 मिलीग्राम प्रति किलोग्राम वजन के हिसाब से दवा दी जाती है।
प्रोटोजोआ के कारण होने वाले लिवर इंफेक्शन का इलाज:
- वयस्क: 2 दिनों के लिए रोज एक बार 1000 मिलीग्राम (mg) और फिर कम से कम 2 से 3 हफ्तों के लिए रोज एक बार 500 मिलीग्राम।
- बच्चे: बच्चों के लिए खुराक और इस्तेमाल डॉक्टर द्वारा ही तय किया जाना चाहिए।
छूटी हुई खुराक:
- अगर आप एक खुराक लेना भूल जाते हैं, तो जितनी जल्दी हो सके ले लें। हालांकि, अगर अगली खुराक का समय लगभग आ गया है, तो छूटी हुई खुराक को छोड़ दें और नियमित समय पर दवा लेना शुरू करें। दवा की मात्रा दोगुनी ना करें।
असर को अधिकतम करने और दुष्प्रभावों के खतरे को कम करने के लिए अपने डॉक्टर के निर्देशों का ठीक से पालन करें और निर्धारित खुराक और इलाज की अवधि को पूरा करें।
निष्कर्ष
यह भी पढ़ें : Flexon Tablet in Hindi : उपयोग , साइड इफेक्टस् और सावधानियाँ
सूचना : इस वेबसाइट पर दी गई जानकारी पेशेवर चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं है। यदि आपके स्वास्थ्य के बारे में कोई प्रश्न या चिंता है, तो कृपया एक लाइसेंस प्राप्त चिकित्सक या अन्य योग्य स्वास्थ्य सेवा प्रदाता से परामर्श लें।