जाने गर्भाशय के आगे खिसकने को रोकने के प्रभावी तरीके!

गर्भाशय के खिसकने से बचना अब आसान! केगेल व्यायाम, सही वजन और हल्के कामों के साथ पेल्विक सेहत को मजबूत करें। जानें गर्भाशय को स्वस्थ रखने के आसान और असरदार उपाय।

परिचय

गर्भाशय का खिसकना (प्रोलैप्स) महिलाओं के लिए एक सामान्य समस्या है, खासकर उम्र के बढ़ने या कई बार प्रसव के बाद। यह स्थिति तब होती है जब गर्भाशय कमजोर हो जाता है और नीचे की ओर खिसकने लगता है। लेकिन अच्छी खबर यह है कि कुछ सरल उपायों से इस समस्या को रोका जा सकता है। आइए जानें गर्भाशय के खिसकने से बचने के प्रभावी तरीके।

1. गर्भाशय के खिसकने का मतलब क्या है?

गर्भाशय का खिसकना तब होता है जब गर्भाशय को सहारा देने वाली मांसपेशियां और लिगामेंट्स कमजोर हो जाते हैं। यह कमजोर मांसपेशियां गर्भाशय को उसकी सही स्थिति में बनाए रखने में असमर्थ हो जाती हैं, और गर्भाशय नीचे की ओर खिसकने लगता है। इसके शुरुआती लक्षणों में योनि में भारीपन महसूस होना, पेशाब करने में कठिनाई, कब्ज, और पीठ के निचले हिस्से में दर्द शामिल हैं। अगर यह स्थिति बिगड़ती है, तो गर्भाशय योनि के बाहर भी आ सकता है।

2. केगेल व्यायाम से पेल्विक फ्लोर को मजबूत करें

केगेल व्यायाम गर्भाशय और पेल्विक फ्लोर की मांसपेशियों को मजबूत करने का एक बहुत ही प्रभावी तरीका है। यह व्यायाम महिलाओं को पेल्विक फ्लोर को नियंत्रित करना सिखाता है, जिससे गर्भाशय को सहारा मिलता है और उसकी स्थिति स्थिर रहती है। केगेल व्यायाम को नियमित रूप से करने से गर्भाशय खिसकने की संभावना कम हो जाती है। इसे दिन में कम से कम 3 बार, हर बार 5-10 सेकंड के लिए किया जाना चाहिए। इसे आप कहीं भी, कभी भी कर सकती हैं।

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3. स्वस्थ वजन बनाए रखें

अधिक वजन गर्भाशय पर अतिरिक्त दबाव डाल सकता है, जो गर्भाशय के खिसकने का कारण बन सकता है। इसलिए, अपने वजन को नियंत्रण में रखना बेहद ज़रूरी है। संतुलित आहार और नियमित व्यायाम से स्वस्थ वजन बनाए रखना पेल्विक फ्लोर को सुरक्षित रखने में मदद करता है। पौष्टिक आहार जैसे फल, सब्जियां, और संपूर्ण अनाज को अपनी दिनचर्या में शामिल करें और प्रोसेस्ड फूड आइटम से बचें। इसके अलावा, योग और हल्के व्यायाम भी वजन नियंत्रण में मददगार साबित होते हैं।

4. भारी सामान उठाने से बचें

भारी सामान उठाने से पेल्विक फ्लोर पर बहुत अधिक दबाव पड़ता है, जिससे गर्भाशय की स्थिति खराब हो सकती है। अगर आपको काम के दौरान भारी वजन उठाने की ज़रूरत हो, तो सही तरीके से उठाएं और अगर संभव हो, तो मदद लें। कोशिश करें कि ऐसे कामों से बचें, जो पेल्विक फ्लोर को प्रभावित कर सकते हैं। यह कदम गर्भाशय के खिसकने को रोकने में कारगर होता है।

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5. प्रसव (delivery) के बाद देखभाल और रिकवरी

प्रसव के बाद महिलाओं का शरीर कमजोर हो जाता है, खासकर पेल्विक फ्लोर की मांसपेशियां। इसलिए, प्रसव के बाद उचित देखभाल और पेल्विक फ्लोर को पुनः मजबूत करने के लिए व्यायाम करना बहुत ज़रूरी है। महिलाओं को प्रसव के बाद कुछ समय तक आराम करना चाहिए और अपनी शारीरिक स्थिति को ध्यान में रखते हुए हल्के व्यायाम शुरू करने चाहिए। इससे पेल्विक फ्लोर की मांसपेशियां फिर से मजबूत हो जाती हैं और गर्भाशय को सहारा मिलता है।

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6. रजोनिवृत्ति (menopause) के दौरान हार्मोनल संतुलन बनाए रखें

रजोनिवृत्ति (menopause) के दौरान हार्मोनल परिवर्तन होते हैं, जिससे पेल्विक फ्लोर की मांसपेशियां कमजोर हो सकती हैं। इस समय शरीर में एस्ट्रोजन की कमी से मांसपेशियों की ताकत कम हो सकती है, जो गर्भाशय को सहारा देने वाली मांसपेशियों को प्रभावित करती है। हार्मोनल संतुलन बनाए रखने के लिए डॉक्टर की सलाह लें और अगर ज़रूरी हो, तो हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी (HRT) अपनाएं। उचित देखभाल और नियमित व्यायाम से इस दौरान पेल्विक फ्लोर को स्वस्थ रखा जा सकता है।

7. नियमित मेडिकल चेक-अप कराएं

नियमित रूप से डॉक्टर से अपनी पेल्विक फ्लोर की जांच कराएं। यह जांच यह सुनिश्चित करने में मदद करती है कि आपकी पेल्विक फ्लोर की मांसपेशियां ठीक से काम कर रही हैं या नहीं। यदि कोई समस्या हो, तो डॉक्टर समय पर इसका इलाज कर सकते हैं। मेडिकल चेक-अप से गर्भाशय के खिसकने की संभावना को जल्दी पहचाना और रोका जा सकता है।

8. पेल्विक फ्लोर फिजियोथेरेपी

अगर गर्भाशय खिसकने की समस्या हो रही है, तो पेल्विक फ्लोर फिजियोथेरेपी एक बहुत ही प्रभावी इलाज साबित हो सकता है। फिजियोथेरेपिस्ट पेल्विक फ्लोर की मांसपेशियों को मजबूत करने के लिए विशेष प्रकार के व्यायाम कराते हैं। यह थेरेपी गर्भाशय को सहारा देने वाली मांसपेशियों को ठीक करने में मदद करती है।

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9. धूम्रपान छोड़ें और लगातार खांसी को नियंत्रित करें

धूम्रपान से पेल्विक फ्लोर की मांसपेशियां कमजोर हो सकती हैं, और लगातार खांसी से पेल्विक फ्लोर पर दबाव बढ़ता है। अगर आप धूम्रपान करती हैं, तो इसे छोड़ने का प्रयास करें और खांसी होने पर डॉक्टर से सलाह लें। धूम्रपान छोड़ने और खांसी का इलाज करने से गर्भाशय पर दबाव कम होता है और पेल्विक फ्लोर को स्वस्थ बनाए रखने में मदद मिलती है।

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निष्कर्ष: अपनी पेल्विक सेहत को सशक्त बनाएं

गर्भाशय के खिसकने को रोका जा सकता है, बस आपको अपनी पेल्विक सेहत का ध्यान रखना होगा। केगेल व्यायाम से लेकर स्वस्थ वजन बनाए रखने, सही देखभाल, और नियमित मेडिकल चेक-अप तक, इन सभी उपायों को अपनाकर आप अपनी पेल्विक फ्लोर को मजबूत रख सकती हैं। अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहें और गर्भाशय के खिसकने की संभावना को कम करने के लिए इन सरल तरीकों का पालन करें।

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