भारत में हाई ब्लड प्रेशर, जिसे हाइपरटेंशन भी कहते हैं, तेजी से बढ़ता स्वास्थ्य मुद्दा है। इसका एक प्रमुख कारण अधिक सोडियम युक्त आहार का सेवन है। नमक में पाए जाने वाले सोडियम की अधिकता ब्लड प्रेशर को बढ़ाने का मुख्य कारण है। इसके चलते दिल की बीमारियां, किडनी की समस्याएं और स्ट्रोक का खतरा भी बढ़ जाता है। इस लेख में हम जानेंगे कि अधिक नमक का सेवन कैसे ब्लड प्रेशर को प्रभावित करता है और इसे कंट्रोल करने के उपाय।
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नमक और सोडियम क्या है?
नमक, जिसे टेबल सॉल्ट कहते हैं, सोडियम और क्लोराइड का संयोजन है।
- सोडियम: यह शरीर में तरल पदार्थों को संतुलित रखने और मांसपेशियों व नसों के सही कार्य के लिए जरूरी है।
- क्लोराइड: यह पाचन में मदद करता है और शरीर के पीएच स्तर को संतुलित रखता है।
हालांकि, सोडियम का सीमित मात्रा में सेवन आवश्यक है, लेकिन इसकी अधिकता स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकती है।
हाई ब्लड प्रेशर पर अधिक सोडियम के प्रभाव
- तरल पदार्थों का असंतुलन
अधिक सोडियम के सेवन से शरीर में पानी की मात्रा बढ़ जाती है, जिससे ब्लड वॉल्यूम बढ़ता है। इसका सीधा असर ब्लड प्रेशर पर पड़ता है। - आर्टरीज की सख्ती
ज्यादा नमक आर्टरीज को सख्त बना देता है, जिससे ब्लड फ्लो बाधित होता है और ब्लड प्रेशर बढ़ता है। - दिल और किडनी पर असर
लंबे समय तक हाई ब्लड प्रेशर दिल और किडनी पर अतिरिक्त दबाव डालता है, जिससे इन अंगों की कार्यक्षमता कम हो जाती है। - स्ट्रोक का खतरा
उच्च ब्लड प्रेशर के कारण मस्तिष्क की नसों पर अधिक दबाव पड़ता है, जिससे स्ट्रोक का जोखिम बढ़ जाता है।
हाई ब्लड प्रेशर के लक्षण
- सिरदर्द, खासकर सुबह के समय
- चक्कर आना और कमजोरी महसूस होना
- सांस लेने में दिक्कत
- दिल की धड़कन तेज होना
- लगातार थकान रहना
यदि आपको ये लक्षण महसूस होते हैं, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
भारतीय संदर्भ में नमक का सेवन
भारतीय आहार में आमतौर पर नमक की अधिकता होती है, खासतौर पर तैयार मसालों, अचार, पापड़ और प्रोसेस्ड फूड में। पारंपरिक व्यंजन जैसे सांभर, कढ़ी, और छोले-भटूरे में भी नमक की मात्रा अधिक होती है।
सोडियम की सही मात्रा
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, एक व्यक्ति को दिनभर में 5 ग्राम से अधिक नमक का सेवन नहीं करना चाहिए। यह लगभग एक चम्मच के बराबर होता है।
हाई ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने के लिए आहार में बदलाव
1. कम नमक वाला भोजन अपनाएं
- खाना बनाते समय नमक की मात्रा को कम करें।
- तैयार मसाले और अचार की जगह ताजा मसाले और जड़ी-बूटियों का उपयोग करें।
2. प्रोसेस्ड फूड से बचें
- पैक्ड स्नैक्स जैसे चिप्स, बिस्कुट और नमकीन से दूरी बनाएं।
- रेडी-टू-ईट खाद्य पदार्थों से बचें।
3. पोटैशियम युक्त भोजन का सेवन करें
- पोटैशियम सोडियम के प्रभाव को कम करता है। केला, पालक, आलू, और संतरा पोटैशियम के अच्छे स्रोत हैं।
4. तरल पदार्थों का सही सेवन करें
- पर्याप्त पानी पिएं ताकि शरीर से अतिरिक्त सोडियम बाहर निकल सके।
- नींबू पानी और नारियल पानी का सेवन करें।
नमक का सेवन कम करने के आसान टिप्स
- खाने की टेबल पर नमकदानी न रखें।
- स्वाद के लिए नींबू, काली मिर्च और अन्य मसालों का उपयोग करें।
- बाहर के खाने की बजाय घर का खाना खाएं।
- सोडियम-फ्री या कम सोडियम वाले उत्पाद खरीदें।
स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के उपाय
- नियमित व्यायाम करें।
व्यायाम न केवल ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करता है, बल्कि दिल को भी मजबूत बनाता है। - तनाव को कम करें।
मेडिटेशन और योग जैसी तकनीकों का अभ्यास करें। - धूम्रपान और शराब से बचें।
ये दोनों हाई ब्लड प्रेशर के प्रमुख कारण हैं। - नियमित रूप से ब्लड प्रेशर की जांच कराएं।
इससे आपको अपनी सेहत का सही अंदाजा रहेगा।
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निष्कर्ष
अधिक नमक का सेवन हाई ब्लड प्रेशर का प्रमुख कारण है। इसे कंट्रोल करने के लिए संतुलित आहार और स्वस्थ जीवनशैली को अपनाना जरूरी है। सही कदम उठाकर आप न केवल ब्लड प्रेशर को कंट्रोल कर सकते हैं, बल्कि दिल की बीमारियों और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं से भी बच सकते हैं।
डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए है और पेशेवर चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं है। चिकित्सीय स्थितियों के निदान और उपचार के लिए हमेशा स्वास्थ्य सेवा प्रदाता से परामर्श लें।