शरीर में पर्याप्त पानी की कमी (डिहाइड्रेशन) न केवल कई स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकती है, बल्कि यह किडनी स्टोन (गुर्दे की पथरी) का खतरा भी बढ़ा सकती है। भारत जैसे गर्म जलवायु वाले देश में, जहां पसीना अधिक आता है, यह समस्या आम है। इस लेख में हम जानेंगे कि पानी की कमी किडनी स्टोन बनने में कैसे योगदान करती है, इसके लक्षण, कारण, और बचाव के तरीके।
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किडनी स्टोन क्या है?
किडनी स्टोन कठोर मिनरल्स और नमक से बनी गांठें होती हैं, जो मूत्र में पाए जाने वाले कणों के जमने से बनती हैं। ये आमतौर पर कैल्शियम, यूरिक एसिड और ऑक्सलेट के कारण बनती हैं।
पानी की कमी और किडनी स्टोन का संबंध
जब शरीर में पर्याप्त पानी नहीं होता, तो मूत्र का उत्पादन कम हो जाता है और यह गाढ़ा हो जाता है। गाढ़ा मूत्र किडनी में मिनरल्स के क्रिस्टल बनने का कारण बन सकता है, जो धीरे-धीरे पथरी का रूप ले लेते हैं।
भारतीय संदर्भ में:
- गर्मी और उमस वाले क्षेत्रों में पसीना अधिक आता है, जिससे डिहाइड्रेशन की संभावना बढ़ जाती है।
- ज्यादातर लोग पर्याप्त पानी नहीं पीते, खासकर ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में।
- चाय और कॉफी का अधिक सेवन भी डिहाइड्रेशन का कारण बन सकता है।
पानी की कमी के कारण
- पानी का कम सेवन: रोजाना पर्याप्त पानी न पीना।
- अधिक पसीना आना: गर्मी या शारीरिक गतिविधियों के कारण।
- डायरीटिक्स का उपयोग: ड्यूरेटिक दवाएं लेने से।
- दस्त और उल्टी: लंबे समय तक दस्त और उल्टी से पानी की कमी।
- अत्यधिक कैफीन या शराब का सेवन: यह शरीर से पानी की मात्रा कम करता है।
किडनी स्टोन के लक्षण
- तीव्र दर्द: पीठ, पेट के निचले हिस्से या कमर में तेज दर्द।
- मूत्र में खून: मूत्र में लाल या भूरे रंग का खून आना।
- यूरिनरी ट्रैक्ट में जलन: पेशाब करते समय जलन महसूस होना।
- मूत्र रुकावट: मूत्र प्रवाह में बाधा।
- उल्टी और Nausea: पथरी के कारण पेट खराब होना।
किडनी स्टोन बनने से बचाव के तरीके
1. पर्याप्त पानी पीना:
- रोजाना 2-3 लीटर पानी पीने की आदत डालें।
- गर्मियों में पानी की मात्रा और बढ़ाएं।
2. संतुलित आहार लें:
- ऑक्सलेट युक्त खाद्य पदार्थ, जैसे पालक, चुकंदर और चॉकलेट का सेवन सीमित करें।
- प्रोटीन की मात्रा संतुलित रखें।
- नमक का कम सेवन करें।
3. कैफीन और शराब कम करें:
- अधिक चाय, कॉफी और शराब का सेवन किडनी पर अतिरिक्त दबाव डालता है।
4. नींबू पानी पिएं:
- नींबू में सिट्रेट होता है, जो पथरी बनने से रोकता है।
5. शारीरिक गतिविधि:
- नियमित व्यायाम करें, जिससे यूरिनरी सिस्टम सही ढंग से काम करे।
पानी की कमी को रोकने के लिए सुझाव
- हमेशा अपने पास पानी की बोतल रखें।
- प्यास लगने का इंतजार न करें, नियमित अंतराल पर पानी पीते रहें।
- फलों और सब्जियों का सेवन बढ़ाएं, जिनमें पानी की मात्रा अधिक होती है, जैसे तरबूज, खीरा और संतरा।
- हर सुबह और रात सोने से पहले एक गिलास पानी पिएं।
विशेषज्ञों की सलाह
- इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) के अनुसार, वयस्कों को रोजाना 2.5-3 लीटर पानी पीना चाहिए।
- विशेष रूप से गर्मी के मौसम में पानी की मात्रा बढ़ानी चाहिए।
- यदि आपको बार-बार किडनी स्टोन की समस्या होती है, तो नियमित रूप से डॉक्टर से सलाह जरूर ले।
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निष्कर्ष
पानी की कमी किडनी स्टोन बनने का मुख्य कारण हो सकती है। पर्याप्त पानी का सेवन करके, संतुलित आहार अपनाकर, और शारीरिक गतिविधियों को बढ़ाकर आप इस समस्या से बच सकते हैं। यदि किडनी स्टोन के लक्षण महसूस हों, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए है और पेशेवर चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं है। चिकित्सीय स्थितियों के निदान और उपचार के लिए हमेशा स्वास्थ्य सेवा प्रदाता से परामर्श लें।